4 तहसील, 56 थाने, 67 गांव… महाकुंभ के समापन के बाद यूपी के MahaKumbh Mela District का क्या होगा?

महाकुंभ भले ही 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अमृत स्नान के साथ खत्म हो गया हो लेकिन उत्तर प्रदेश का 76वां जिला महाकुंभ मेला अभी भी अस्तित्व में है. जी हां, जिस प्रयागराज के संगम किनारे 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया, वह एक अलग जिला है, जिसे महाकुंभ के आयोजन के पहले सरकार ने घोषित किया था.

महाकुंभ मेला क्षेत्र

प्रयागराज में महाकुंभ भले ही 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अमृत स्नान के साथ खत्म हो गया हो लेकिन उत्तर प्रदेश का 76वां जिला महाकुंभ मेला अभी भी अस्तित्व में है. जी हां, जिस प्रयागराज के संगम किनारे 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया, वह एक अलग जिला है, जिसे महाकुंभ के आयोजन के पहले सरकार ने घोषित किया था. कुंभ का भले ही समापन हो चुका हो लेकिन महाकुंभ जिला अभी भी मार्च महीने तक अस्तित्व में रहेगा. 

आपको बता दें कि यूपी सरकार ने महाकुंभ की तैयारी तो 2 साल पहले से शुरू कर दी थी. लेकिन 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले के लिए महाकुंभ जिला 1 दिसंबर 2024 को अस्तित्व में आया. 4 महीने के लिए हर कुंभ पर बनाए जाने वाले इस कुंभ जिले के लिए बाकायदा डीएम प्रयागराज ने आदेश जारी किया. इसमें प्रयागराज के परेड क्षेत्र से लेकर प्रयागराज जिले की 4 तहसीलों, सदर, सोरांव, फूलपुर, और करछना के 67 गांव को मिलाकर महाकुंभ जिला भी घोषित किया. 

घोषित हुआ तो सरकार ने हर बार की तरह इस बार भी जिले में डीएम, एसडीम, एसपी, एडिशनल एसपी तैनात किए. इस बार डीएम कुंभ मेला विजय किरन आनंद और एसएसपी महाकुंभ मेला राजेश द्विवेदी को बनाया गया. वहीं, महाकुंभ मेला जिले में तीन एडीएम 28 एसडीएम एक तहसीलदार और 24 नया तहसीलदार भी तैनात हुए थे. पुलिसिंग के लिए इस जिले में  56 थाने 155 पुलिस चौकिया एक साइबर सेल थाना, एक महिला थाना और तीन जल पुलिस थाने बनाए गए. 

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